नई दिल्ली (राघव): HDFC बैंक ने लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल (LKMM) ट्रस्ट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की घोषणा की है। यह कदम ट्रस्ट ओर से बैंक के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) शशिधर जगदीशन को कथित वित्तीय धोखाधड़ी के लिए निलंबित करने और मुकदमा चलाने की मांग के बाद उठाया गया है। बैंक ने इन आरोपों का जोरदार खंडन करते हुए दावा किया है कि ये डिफॉल्टर्स से ऋण वसूली में बाधा डालने के प्रयास हैं।
बैंक ने कहा है कि LKMM ट्रस्ट, उसके ट्रस्टियों और अधिकारियों पर जगदीशन के खिलाफ निराधार और दुर्भावनापूर्ण आरोप लगाए हैं, जिन्हें उसने अपमानजनक और बेतुका बताया है। इसके साथ ही जवाब में कहा कि ट्रस्ट के ट्रस्टियों में से एक प्रशांत मेहता और उनके परिवार के सदस्यों पर बैंक का बड़ा बकाया है। 2 दशकों से अधिक समय से वसूली के प्रयासों के बावजूद अभी तक नहीं चुकाया गया है, जो अब इस तरह के आरोप लगा रहे हैं।
लीलावती हॉस्पिटल ट्रस्ट ने वित्तीय धोखाधड़ी के लिए HDFC बैंक के CEO शशिधर जगदीशन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन पर ट्रस्ट के एक सदस्य के पिता को परेशान करने के लिए बड़ी रकम लेने का आरोप लगा है। ट्रस्ट ने बैंक पर 25 करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगाया है। लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट ने सबूत के तौर पर डायरी में हाथ से लिखे लेन-देन को पेश किया है।