नई दिल्ली (राघव): देशभर में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि अगले 24 से 48 घंटों में 12 राज्यों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। इसके साथ ही कुछ क्षेत्रों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। यह मौसम अपडेट खासकर उन इलाकों के लिए अहम है जहां पहले से ही भारी वर्षा और आंधी-तूफान के हालात बने हुए हैं। IMD ने लोगों से सतर्क रहने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है।
इसके साथ ही 7 जून को देशभर में मौसम के अलग-अलग रंग देखने को मिलेंगे। कहीं रिमझिम बारिश लोगों को राहत देगी, तो कहीं तेज़ हवाएं और गरज-चमक की वजह से सतर्क रहने की जरूरत होगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में भारी बारिश, बाढ़ की आशंका और तेज़ आंधी को लेकर अलर्ट जारी किया है।
IMD के मुताबिक, पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों—जैसे त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश—में आज हल्की से लेकर मध्यम और कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा समुद्री तटीय राज्य ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र, आंध्र प्रदेश और यनम में भी गरज के साथ जोरदार बारिश हो सकती है। बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, देश के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान औसतन 20 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है, जबकि अगले 24 घंटे में बारिश की तीव्रता बढ़कर 85 मिमी तक पहुंच सकती है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
पूर्वानुमानों के मुताबिक, पूर्वोत्तर भारत में अगले सात दिनों तक रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। विशेषकर त्रिपुरा में आज और फिर 9 से 11 जून तक नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश की आशंका है। अरुणाचल प्रदेश में 9 से 13 जून तक भारी वर्षा के आसार हैं। साथ ही, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी लगातार हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
मध्य प्रदेश के लिए मौसम विभाग ने 7 जून को चेतावनी जारी की है, जहां 40–50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चलने की संभावना है, साथ ही बिजली गिरने की भी आशंका है। वहीं, 10 से 13 जून के बीच छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार और झारखंड के लिए भी आंधी और वज्रपात को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।