नई दिल्ली (नेहा): पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद से भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन के हाथों लगातार निराशा लग रही थी। वह वर्ल्ड टूर के फाइनल में भी जगह नहीं बना पाए थे। लेकिन अब ऑस्ट्रेलियान ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम इतिहास रच दिया है। इसी के साथ लक्ष्य ने लंबे समय से चला आ रहा खिताब का सूखा खत्म किया।
सिडनी में आयोजित इस टूर्नामेंट के फाइनल में लक्ष्य ने जापान के युशी तनाका को 21-15, 21-11 से हराया। सिर्फ 38 मिनट तक चले इस फाइनल में लक्ष्य ने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाया और अपने करियर का तीसरा सुपर 500 खिताब जीत लिया। यह उन फाइनल्स में से एक था जिसे सेन ने सबसे आसानी से अपने नाम किया।
खिताब जीतते ही सेन ने दोनों कानों में उंगलियां डालकर और आंखें बंद करके शोर को बाहर रखने का जश्न मनाया। यह उनके एक हफ्ते की कड़ी मेहनत का जश्न था। यह सेन का तीसरा सुपर 500 खिताब है। इस साल यह उनका दूसरा फाइनल था, हांगकांग में मिली हार के बाद वह इस बार मौका भुनाने में सफल रहे।
पहला गेम: तनाका ने शुरुआत में 4-4 तक बराबरी रखी, लेकिन लक्ष्य ने अपनी लय पकड़ी और 11-8 की बढ़त बनाई। जापानी खिलाड़ी एक बार 15-13 तक पहुंचे, लेकिन उसके बाद लक्ष्य ने लगातार 6 पॉइंट जीतकर गेम अपने नाम किया। दूसरा गेम: पूरी तरह लक्ष्य का दबदबा। तनाका बार-बार अनफोर्स्ड एरर करते रहे, स्मैश लाइन के बाहर, ड्रॉप शॉट नेट में। 11-5 की बढ़त के बाद लक्ष्य ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और 21-11 से मैच खत्म किया।
सिडनी में यह हफ्ता काफी रोमांचक रहा, जहां सेन ने अपने प्री-क्वार्टरफाइनल में हमवतन आयुष शेट्टी और क्वार्टरफाइनल में अनुभवी चाइनीज ताइपे खिलाड़ी चोउ तिएन चेन को कड़े मुकाबलों में हराया। सेमीफ़ाइनल में लक्ष्य ने चीनी ताइपे के विश्व के छठे नंबर के खिलाड़ी चोउ टिएन चेन को तीन गेम तक चले कड़े मुकाबले में हराकर फाइनल में एंट्री की थी।


