इंदौर (नेहा): मध्यप्रदेश के इंदौर शहर इतिहास रचते हुए लगातार 8वीं बार देश में सबसे स्वच्छ शहर का खिताब हासिल किया है। सुपर स्वच्छ लीग में इंदौर को सबसे ज्यादा अंक हासिल हुए हैं। इस उपलब्धी के बाद इंदौर नगर निगम और प्रशासन की टीम को दिल्ली में पुरस्कार भी दिया जाएगा। अगले साल से इस प्रतियोगिता में चुनौतियां और भी बढ़ने वाली है, क्योंकि अब सबसे स्वच्छ शहरों को अपने आप को साफ-स्वच्छ रखने के साथ ही किसी एक अन्य शहर को भी स्वच्छता में आगे लाना होगा।
इंदौर को किस शहर की सफाई व्यवस्था सुधारने की जिम्मेदारी मिलती है, यह आज यानी 17 जुलाई को तय होगा। इतना तय है कि दूसरा शहर बी कैटेगरी का होगा और अगले सर्वेक्षण में इस शहर को मिलने वाले अंक भी इंदौर के खाते में जुड़ेंगे। प्रतियोगिता कठिन होने की बात पर अधिकारियों ने कहा कि वे इसके लिए तैयार हैं। इंदौर पहले भी कई शहरों को सफाई व्यवस्था के संबंध में सुझाव और सहयोग करता रहा है, लेकिन बदले नियम के तहत अब इसे मान्यता मिल जाएगी। निगमायुक्त शिवम वर्मा ने पुरस्कार मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि इंदौर की ओर से नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और वे खुद सम्मान लेने मंच पर जाएंगे।
पिछले साल इंदौर नगर निगम की 80 सदस्यीय टीम पुरस्कार समारोह में पहुंची थी, लेकिन इस बार टीम सिर्फ 18 सदस्यों की है। इसमें तीन महापौर परिषद सदस्य शामिल हैं। बता दें, 2017 से स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर पहले स्थान पर आ रहा था। इसके अलावा सूरत, नवी मुंबई सहित कुछ शहर हैं जो लगातार दूसरे और तीसरे स्थान पर आ रहे थे। ऐसी स्थिति में देश के अन्य शहर खुद को प्रतियोगिता में बहुत पीछे पाते थे। इन शहरों का मनोबल बढ़ाने और इन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए सुपर लीग बनाई गई।
सुपर लीग में उन्हीं शहरों को शामिल किया गया, जो पिछले वर्षों से लगातार पहले, दूसरे या तीसरे स्थान पर बने हुए थे। सुपर लीग में शामिल शहरों को रैंकिंग नहीं दी जाएगी, लेकिन इन शहरों के अंक जरूर घोषित किए जाएंगे। कार्यक्रम में पहले सुपर लीग में शामिल शहरों को मिले अंकों की घोषणा और ग्रुप फोटोग्राफी की योजना थी, लेकिन अंतिम समय में राष्ट्रपति के हाथों सुपर लीग में शामिल शहरों के सम्मान की बात जोड़ी गई।