कोलकाता (नेहा): राज्य सरकार नियंत्रित उर्दू अकादमी की ओर से आयोजित होने वाला कवि-गीतकार जावेद अख्तर का कार्यक्रम आखिरी समय में स्थगित कर दिया गया। एक सितंबर को कला मंदिर में इस कार्यक्रम का आयोजन होना था, जिसमें जावेद अख्तर को आमंत्रित किया गया था। लेकिन कुछ इस्लामी संगठनों, विशेषकर जमीयत उलमा-ए-हिंद, ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि जावेद अख्तर इस्लाम के समर्थन में नहीं हैं और उन्होंने धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं। उर्दू अकादमी ने कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा करते हुए कहा कि यह अपरिहार्य कारणों से किया गया है। हालांकि आधिकारिक तौर पर विरोध का जिक्र नहीं किया गया।
लेकिन सूत्रों के अनुसार इस्लामी संगठनों के दबाव के चलते ही यह फैसला लिया गया। जमीयत उलमा-ए-हिंद के सचिव जिल्लुर रहमान आरिफ ने कहा, “जावेद अख्तर को इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। लेकिन अल्पसंख्यकों के बीच इसको लेकर मतभेद पैदा हो गया था। उन्होंने इस्लाम के खिलाफ कई भद्दी टिप्पणियां की हैं।” उर्दू अकादमी के भीतर भी इस मुद्दे पर मतभेद सामने आये। कई सदस्य कार्यक्रम में अख्तर को बुलाने के पक्ष में थे, जबकि विरोध करने वालों ने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि उनकी मौजूदगी विवाद को जन्म दे सकती है।