जौनपुर (पायल): उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में गुरुवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे शहर को सदमे और गुस्से में डाल दिया। कोतवाली थाना क्षेत्र के उमरपुर हरिबंधनपुर निवासी संदीप तिवारी (40) अपनी बेटी मन्नत को रोज की तरह सेंट पैट्रिक स्कूल छोड़कर बाइक से घर लौट रहे थे। लेकिन शास्त्री पुल पार करते समय उनकी जिंदगी अचानक ही बदल गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही संदीप पुल पार कर रहे थे, एक प्रतिबंधित चाइनीज़ मांझा उनकी गर्दन में फंस गया। मांझा इतना धारदार था कि संदीप ने इसे हटाने की कोशिश की, लेकिन वह गहरे घाव लगने के कारण लहूलुहान हो गए। संतुलन खोने पर वे बाइक से गिर पड़े। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उनकी मदद की और एंबुलेंस बुलाकर जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने कुछ घंटे बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
संदीप पेशे से प्राइवेट शिक्षक थे और परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य। उनकी अचानक मौत से परिवार में मातम का माहौल है। परिजन अभी भी इस हादसे पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं।
जौनपुर में पहले भी कई बार चाइनीज़ मांझे पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन बाजारों में इसकी बिक्री और इसके उड़ने की घटनाएं लगातार होती रही हैं। स्थानीय लोग कहते हैं कि सिर्फ कागजी कार्रवाई पर्याप्त नहीं है। शास्त्री पुल और मुख्य बाजारों के पास अक्सर मांझे की डोर उड़ती रहती है, लेकिन निगरानी कमजोर है।
परिजन और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि चाइनीज मांझे की बिक्री पर सख्त रोक लगाई जाए। इस व्यापार में शामिल दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। शहर में मांझा उड़ाने पर सख्त नियम और निगरानी लागू की जाए। लोगों का कहना है कि अगर ऐसी कार्रवाई तुरंत नहीं की गई, तो दोबारा कोई परिवार इसी तरह की त्रासदी का शिकार हो सकता है।


