नई दिल्ली (नेहा): कोलकाता के लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ कथित गैंगरेप के बाद सूबे की सियासत भी उबाल पर है। भाजपा ने ममता सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और इस दौरान केंद्रीय मंत्री व बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार को हिरासत में ले लिया गया।
सुकांता मजूमदार ने हिरासत में लिए जाने के बाद कहा कि यह बंगाल में लोकतंत्र का चेहरा है। ममता बनर्जी ने राज्य में लोकतंत्र को खत्म कर दिया है। पुलिस ने मुझे और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत को पत्र लिखकर कोलकाता के लॉ कालेज में छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में तत्काल कार्रवाई करने और आयोग के सदस्य और पीड़िता एवं उसके परिवार के बीच बैठक के लिए राज्य पुलिस से सहयोग मांगा है।
एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहातकर ने इस घटना को गंभीर बताया और कहा कि इसने लोगों की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। आयोग ने शुक्रवार को मामला प्रकाश में आने के बाद स्वत: संज्ञान लिया था। आयोग ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने पर जोर दिया है। आयोग की अध्यक्ष ने मुख्य सचिव से पहले कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा को शुक्रवार को पत्र लिखकर मामले में तत्काल व समयबद्ध जांच के निर्देश दिए थे।
वहीं बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को ममता बनर्जी सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर घेरा। सुवेंदु ने कहा कि महिला मुख्यमंत्री के शासन में बंगाल में महिलाएं व लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं और उन्होंने राष्ट्रपति शासन लागू करने और सेना व केंद्रीय बलों को तैनात करने की मांग की।
भाजपा विधायक ने कहा- राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। राष्ट्रपति शासन या अनुच्छेद 355 लागू किया जाना चाहिए और सेना व अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाना चाहिए। जब तक आप ममता बनर्जी को सत्ता से बाहर नहीं करेंगे, तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेगी। पूरी तृणमूल कांग्रेस पार्टी दुष्कर्मियों, भ्रष्ट और राष्ट्र-विरोधी लोगों की है।