नई दिल्ली (नेहा: काठी रोल का नाम सुनते ही मुंह में पानी आने लगता है न? वैसे आप अकेले नहीं है, जिसे काठी रोल इतना पसंद है और अब तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसे खास पहचान मिल चुकी है। दरअसल, जानी-मानी फूड गाइट ‘टेस्ट एटल्स’ (Taste Atlas) ने अपनी दुनिया के टॉप 38 रैप्स की लिस्ट में भारत के इस स्वादिष्ट काठी रोल को छठा स्थान दिया है।
यह रैंक काठी रोल के अनोखे और लाजवाब स्वाद का ही नतीजा है। इस लिस्ट में काठी रोल ने कई देशों को रैप्स को पीछे छोड़ते हुए अपनी जगह बनाई है। हालांकि, पहला स्थान ग्रीस के गायरोस को मिला है, जो मीट को पीता ब्रेड में सब्जियों और सॉस के साथ रैप करके बनाया जाता है। अब काठी रोल का नाम सुनकर आपका भी मन इसे खाने का कर गया है, तो चलिए यहां जानते हैं इसे बनाने की रेसिपी।
काठी रोल की कहानी कोलकाता की ऐतिहासिक गलियों से शुरू होती है। माना जाता है कि इस अनोखी डिश की शुरुआत शहर के मशहूर निजाम रेस्तरां में हुई थी। अंग्रेज अधिकारी, जो कबाब को हाथ से खाने में हिचकिचाते थे, उनकी सुविधा के लिए रसोइयों ने उन रसीले कबाबों को एक मुलायम, परतदार पराठे में लपेट दिया। यह एक साधारण सॉल्युशन था, जो समय के साथ एक लीजेंड बन गया। ‘काठी’ यानी कटार, जिस पर मांस के टुकड़े सजाकर ग्रिल किए जाते थे, इसका नाम बन गया। आज यह डिश न केवल कोलकाता बल्कि पूरे देश में स्ट्रीट फूड कल्चर का एक अहम हिस्सा है।