गोरखपुर (नेहा): पश्चिम बंगाल में छात्रा को घर में घुसकर गोली मारने वाले देवरिया के हत्यारोपित देशराज को पुलिस ने नेपाल सीमा के पास नौतनवां से गिरफ्तार कर लिया। पश्चिम बंगाल के इशिता मलिक हत्याकांड का मुख्य आरोपित नेपाल भागने की फिराक में था। बंगाल पुलिस आरोपित को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर सोमवार की देर शाम कृष्णानगर रवाना हो गई। देशराज मूल रूप से देवरिया के मईल इलाके का रहने वाला है और उसका परिवार पश्चिम बंगाल के 24 परगना में रहता है। नदिया जिले के कृष्णानगर स्थित पालपाड़ा में 25 अगस्त को कालेज छात्रा इशिता मलिक की गोली मारकर हत्या हुई थी। छानबीन में सहपाठी का देशराज का नाम सामने आया।
उत्तर 24 परगना के जेठिया-धरमपुर में रहने वाला देशराज मूल रूप से देवरिया जनपद के मईल थाना क्षेत्र स्थित करौता का रहने वाला है। उसके पिता राघवेंद्र प्रताप सिंह राजस्थान के जैसलमेर में सीमा सुरक्षा बल में हेड कांस्टेबल हैं। चार दिन पूर्व पश्चिम बंगाल पुलिस इशिता हत्याकांड केस की जांच में देवरिया के मईल गई थी, लेकिन वह नहीं मिला। यहां से महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगने के बाद पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया। महराजगंज पुलिस की पूछताछ में पता चला कि देशराज और इशिता सहपाठी थे। धीरे-धीरे दोनों करीब आ गए, लेकिन किसी बात पर उनके बीच विवाद हो गया और वह अलग हो गए।
आरोप है कि देशराज ने प्रतिशोध की भावना से वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गया। जांच के दौरान रविवार को एक महत्वपूर्ण सुराग मिला, जब गुजरात के जामनगर से आरोपित के मामा कुलदीप सिंह को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में पता चला कि कुलदीप ने देशराज को फरारी में मदद की और उसके लिए फर्जी दस्तावेज भी तैयार करवाए। इसी आधार पर पुलिस को संदेह हुआ कि आरोपित नेपाल भाग सकता है। सूचना मिलने पर सीमा क्षेत्र में चौकसी बढ़ाई गई और सोमवार को उसे धर दबोचा गया। पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने बताया कि पश्चिम बंगाल की पुलिस टीम रविवार को ही जिले में आ गई थी और स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपित को पकड़ लिया।