नई दिल्ली (नेहा): अमेरिकी फेड की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के बीच मजबूत वैश्विक रुझानों के चलते शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को उतार-चढ़ाव के बाद भारतीय बाजार हरे निशान पर बंद हुआ। कारोबार के अंतिम घंटे में निवेशकों की मुनाफावसूली के बावजूद 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 76.54 अंक या 0.09 प्रतिशत उछलकर 80,787.30 अंक पर बंद हुआ। ऑटो, तेल और निजी बैंक शेयरों में तेजी के चलते सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला और बाद में 460.62 अंक या 0.57 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,171.38 के उच्च स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, आईटी और एफएमसीजी शेयरों में बिकवाली ने अंत में बढ़त को कम कर दिया।
वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 32.15 अंक या 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,773.15 पर आ गया। सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स में सबसे ज़्यादा 3.97 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। महिंद्रा एंड महिंद्रा में 3.96 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। मारुति, अडानी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं ट्रेंट में 3.81 प्रतिशत की गिरावट आई। एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, एलएंडटी, टीसीएस, पावर ग्रिड और सन फार्मा भी गिरावट में रहे।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार अपनी शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रख पाया क्योंकि सत्र के आखिर में हुई बिकवाली ने गिरावट पर खरीदारी, तेजी पर बिक्री की प्रचलित रणनीति को प्रतिबिंबित किया। इससे निवेशक सतर्क दिखे। जीएसटी दरों में कटौती के बाद मांग में सुधार की उम्मीद में ऑटो और सहायक कंपनियों के शेयरों में तेजी जारी रही, जबकि वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच आईटी कमजोर रहा। उन्होंने कहा कि अमेरिका में नौकरियों के नरम आंकड़ों से सितंबर में फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ने के बाद वैश्विक स्तर पर धारणा में सुधार हुआ है।