नई दिल्ली (नेहा): उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 18 वर्षीय 12वीं छात्रा के साथ 15 अक्टूबर की रात एक दिल दहला देने वाली वारदात हुई। कार सवार युवकों ने लिफ्ट देने के बहाने छात्रा को जबरन गाड़ी में बैठाया, चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे बेहोश किया और फिर गैंगरेप की घिनौनी हरकत को अंजाम दिया। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एक अन्य आरोपी की तलाश में दबिश दे रही है।
बताया गया कि पीड़िता 15 अक्टूबर को घरवालों से नाराज होकर घर से निकली थी। दिनभर अपने सहेली के साथ घूमने के बाद, वह देर रात ऑटो से घर लौट रही थी। खुर्रमनगर के पास ऑटो चालक रास्ता भटक गया, जिस पर छात्रा उतर गई। इसी दौरान, एक कार रुकी, जिसमें दो युवक सवार थे। उन्होंने छात्रा को विकास नगर तक लिफ्ट देने की पेशकश की। छात्रा के मना करने पर, कार सवार युवक ने उसे भरोसा दिलाया और जबरन गाड़ी में खींच लिया।
कार में आरोपियों ने छात्रा को चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया, जिससे वह बेहोश हो गई. इसके बाद पीड़िता को एक फ्लैट में ले गए। वहां युवकों ने गैंगरेप किया। इसके आधे घंटे बाद, एक और युवक वहां पहुंचा और उसने भी छात्रा के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया. गैंगरेप के बाद, एक आरोपी ने छात्रा को चार दिनों तक बंधक बनाकर रखा, जिसके बाद वह भाग निकला।
छात्रा के लापता होने पर परिजनों ने पहले उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। 18 अक्टूबर को छात्रा के घर लौटने पर, डर के कारण उसने घटना के बारे में कुछ नहीं बताया। हालांकि, 19 अक्टूबर को आरोपी जुनैद ने फोन और मैसेज से धमकियां दीं, जिसके बाद छात्रा ने डर कर परिजनों को अपनी आपबीती सुनाई। 22 अक्टूबर को परिवार मड़ियांव थाने पहुंचा और छात्रा की शिकायत पर मुकदमा दर्ज हुआ।
इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्र ने बताया कि गुरुवार (23 अक्टूबर) को 2 नामजद आरोपी अंशुमान और जुनैद को गिरफ्तार कर लिया गया है। अंशुमान के पिता वायरलेस विभाग में कार्यरत हैं। पुलिस अभी तीसरे आरोपी शिवांश की तलाश कर रही है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है, और मामले में संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई कर जेल भेजा गया है।


			