ग्रेटर नोएडा (नेहा): यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में इलेक्ट्रानिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर-टू (ईएमसी-2) को विकसित करने की मंजूरी केंद्र सरकार ने दे दी है। इसके शुरू होने से करीब 15,000 रोजगार के अवसर तो पैदा होंगे ही, साथ ही लघु उद्योग भी विकसित होंगे। वेंडर कंपनियों के शुरू होने से क्षेत्रीय युवाओं को अवसर मिलेंगे। इससे पहले, केंद्र सरकार ग्रेटर नोएडा में सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना को मंजूरी दे चुकी है। बता दें कि ईएमसी वन के तहत यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर 24ए में वीवो व उसकी सहायक इकाइयां स्थापित हो चुकी हैं। वीवो को 2018 में 169 एकड़ जमीन आवंटित हुई थी। 2024 में कंपनी ने इस इकाई में उत्पादन शुरू कर दिया है। पहले चरण में 6.5 करोड़ सालाना मोबाइल फोन बनाए जाएंगे।
सभी चरण पूरा होने पर इकाई की क्षमता 14.5 करोड़ सालाना मोबाइल फोन की हो जाएगी। मोबाइल की बड़ी फैक्ट्री शुरू होने के बाद से मोबाइल एसेसरीज से संबंधित इकाइयों में भी बढ़ोतरी ग्रेटर नोएडा व नोएडा क्षेत्र में बढ़ी है। मोबाइल एसेसरीज में चार्जर, डाटा केबल, इयरफोन, बैट्री आदि शामिल हैं। यमुना सिटी के में इस क्लस्टर के विकसित होने से इलेक्ट्रानिक्स, ऑटोमोटिव, औद्योगिक इलेक्ट्रानिक्स, चिकित्सा उपकरण, कंप्यूटर हार्डवेयर और संचार उपकरण जैसे प्रमुख क्षेत्रों में विनिर्माण को लाभ मिलेगा।
इसके अलावा, स्टार्टअप और एमएसएमई को प्लग-एंड-प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधाएं मिल सकेंगी। इसके अलावा यमुना सिटी में मेडिकल डिवाइस पार्क, अपैरल पार्क, फिल्म सिटी, फिनटेक सिटी आदि भी विकसित की जा रही हैं। इन सेक्टरों में बड़ी मात्रा में विभिन्न तरह के इलेक्ट्रानिक्स उपकरणों की जरूरत पड़ेगी। इन जरूरतों को इलेक्ट्रानिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर में स्थापित होने वाली इकाइयां पूरीं करेंगी। मेक इन इंडिया अभियान के तहत यह बड़ा कदम होगा। यमुना प्राधिकरण के मुताबिक इन आने वाले कुछ वर्षों में यीटा सिटी में एक लाख से अधिक लोग रोजगार का अवसर प्राप्त करेंगे।