नई दिल्ली (पायल): 70 के दशक के म्यूजिक के लोग आज भी दीवाने हैं। ना सिर्फ बॉलीवुड म्यूजिक बल्कि भक्तिगीत गाने वाले सिंगर्स ने भी लोगों के बीच अपनी एक अलग जगह बनाई है। लेकिन आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसी दिग्गज सिंगर की जिन्होंने बॉलीवुड में अपनी बेमिसाल आवाज का दीवाना तो बनाया ही साथ ही भक्तिगीत में भी उनकी एक अलग पहचान बनी।
इस दिग्गज सिंगर ने इंडस्ट्री को कई बेहतरीन गाने दिए और लता मंगेशकर से तुलना का तमगा भी हासिल किया। इतनी शोहरत मिलने के बावजूद इनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में काफी संघर्ष रहा। हम बात कर रहे हैं क्या करते थे साजना, कोयल सी तेरी बोल, मेनु इश्क दा लगया रोग जैसे गानों को अपनी आवाज से सजाने वाली अनुराधा पौडवाल की।
अनुराधा पौडवाल ने खुद इस बात का खुलासा किया था कि बॉलीवुड में काफी भेदभाव होता है। माना जाता है कि इसी के चलते उन्होंने बॉलीवुड छोड़ने का एलान किया और करियर के पीक पर सिर्फ भजन गाने का फैसला किया।


