नई दिल्ली (नेहा): दिग्गज मल्टीनेशनल कंपनी नेस्ले ने लॉरेंट फ्रेक्स को सीईओ पद से तत्काल हटा दिया है। कंपनी ने बताया कि फ्रेक्स अपनी एक जूनियर कर्मचारी के साथ रोमांटिक रिलेशन में थे। जांच में यह बात सामने आई कि फ्रेक्स ने इस बारे में कंपनी को नहीं बताया था। यह नेस्ले के नियमों का उल्लंघन है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि लॉरेंट फ्रेक्स को इसलिए हटाया गया क्योंकि उन्होंने कंपनी के नियमों को तोड़ा था। फ्रेक्स 1986 में कंपनी के साथ जुड़े थे और पिछले साल सितंबर में उन्हें सीईओ बनाया गया था।
नेस्ले ने कहा कि फ्रेक्स के खिलाफ जांच की गई थी, जिसके बाद उन्हें हटाने का फैसला लिया गया। नेस्प्रेसो के सीईओ फिलिप नवराटिल को नया सीईओ बनाया गया है। नवराटिल ने 2001 में नेस्ले जॉइन किया था। उन्होंने सेंट्रल अमेरिका और मेक्सिको में सीनियर लेवल पर काम किया। इसके बाद उन्होंने स्टारबक्स और नेस्कैफे को भी ग्लोबली लीड किया। पिछले साल उन्हें नेस्प्रसो का सीईओ बनाया गया था और इसी साल जनवरी में वह एग्जीक्यूटिव बोर्ड से जुड़े थे।
फ्रेक्स नेस्ले के पुराने कर्मचारी थे। उन्होंने 1986 में फ्रांस में कंपनी जॉइन की थी। साल 2014 तक उन्होंने यूरोप में कंपनी के कामकाज को संभाला। उन्होंने 2008 में शुरू हुए सबप्राइम और यूरो संकट के दौरान कंपनी को बखूबी मैनेज किया था। सीईओ बनने से पहले वह लैटिन अमेरिका डिवीजन के प्रमुख थे। फ्रेक्स को सितंबर 2024 में सीईओ बनाया गया था। उन्हें कंपनी के खाने-पीने और घरेलू सामानों की बिक्री बढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई थी।
साथी कर्मचारी के साथ रोमांटिक रिलेशनशिप के चक्कर में कुर्सी गंवाने वाले फ्रेक्स पहले सीईओ नहीं हैं। 2023 में बीपी के बर्नार्ड लूनी और 2019 में मैकडॉनल्ड के स्टीव ईस्टरबुक को भी इसी चक्कर में अपना पद गंवाना पड़ा था। इन दोनों का कंपनी ने साथी कर्मचारियों के साथ रिलेशन था लेकिन उन्होंने यह बात कंपनी से छिपाई थी।