चंडीगढ़ (नेहा): चंडीगढ़ वालों के महंगे शौक हैं। नए वाहनों में फैंसी नंबर लगाने का काफी क्रेज बढ़ रहा है। तभी तो एक हुजूर ने तो अपनी गाड़ी का नंबर ही इतने में खरीदा कि उतने पैसे में दो थार खरीद सकते थे। यानी 0001 की बोली 36 लाख 42 हजार रुपये लगाई। प्रशासन भी अपने इन फैंसी नंबरों को बेचकर अपना राजस्व भर रहा है। चार दिन तक चली ई नीलामी में प्रशासन ने चार करोड़ 8 लाख रुपये का राजस्व इकट्ठा किया है। कुल 577 पंजीकरण नंबर नीलाम किए गए हैं।
प्रशासन के पंजीकरण और लाइसेंसिंग प्राधिकरण (आरएलए) कार्यालय ने 19 से 22 अगस्त तक नई श्रृंखला और पिछली श्रृंखला के बचे हुए फैंसी और विशेष पंजीकरण नंबरों की ई-नीलामी आयोजित की। इस नीलामी में सबसे ज्यादा महंगा नंबर 0001 बिका है जो कि 36 लाख 42 हजार रुपये में बिका है। इसकी सबसे ज्यादा बोली लगी है ।यह अब तक का सबसे महंगा नंबर बिका है । इसके बाद 0003 नंबर 17 लाख 84 हजार रुपये में नीलाम हुआ है। इससे पहले इस साल मई माह में ई नीलामी हुई थी, उस समय 0001 नंबर 31 लाख रुपये में नीलाम हुआ था।
मालूम हो कि स्मार्ट सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ के लोग अपने वीआईपी स्टेट्स के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि शहर के लोगों में अपने वाहनों के लिए फैंसी नंबर खरीदने का खासा क्रेज रहता है। ऐसा कई बार हुआ है कि वाहन मालिक वीआईपी नंबर के लिए वाहन की कीमत से कई ज्यादा रुपये खर्च करता है। फैंसी नंबर के लिए लोग वाहन की कीमत से भी कई गुणा ज्यादा रुपये खर्च करने से भी परहेज नहीं करते। आरएलए अधिकारी प्रधुमन सिंह का कहना है कि पंजीकरण एवं लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने इस नीलामी से प्राप्त राजस्व ने अब तक के सभी पिछले रिकार्ड तोड़ दिए हैं।
सबसे ऊंची बोलियां निम्नलिखित नंबरों पर लगीं:-
1. CH01DA0001 – ₹36,43,000
2. CH01DA0003 – ₹17,84,000
3. CH01DA0009 – ₹16,82,000
4. CH01DA0005 – ₹16,51,000
5. CH01DA0007 – ₹16,50,000
6. CH01DA0002 – ₹13,80,000
7. CH01DA9999 – ₹10,25,000