नई दिल्ली (नेहा): दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनियों में से एक ओरेकल ने 3 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। बीते कई दिनों से Oracle में छंटनी की आशंका को लेकर ऑनलाइन, खासकर लिंक्डइन और रेडिट जैसे प्लेटफॉर्म पर चर्चा चल रही थी। और इस चर्चा को कंपनी ने 20 मिनट की ऑनलाइन जूम मीटिंग में सही साबित कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कंपनी ने 20 मिनट की एक जूम मीटिंग बुलाई और कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। कहा जा रहा है कि AI की वजह से कंपनी ने छंटनी की है। इस लेऑफ से 3 हजार लोग प्रभावित हुए हैं।
Oracle डेटाबेस टीम के एक कर्मचारी ने बताया, “यह सब 20 मिनट से भी कम समय में हो गया। एक जूम इनवाइट, कॉल पर मेरा मैनेजर, और फिर एचआर अधिकारी ने मुझे बताया कि मुझे नौकरी से निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह मेरे प्रदर्शन की वजह से नहीं, बल्कि पूरी तरह से व्यावसायिक कारणों से हुआ है। मेरा सिस्टम एक्सेस तुरंत काट दिया गया। मुझे फरवरी में स्टॉक बेनिफिट भी मिलने वाले थे, लेकिन अब मैं उन्हें भी खो चुका हूं।” एक अन्य कर्मचारी ने बताया कि वह एक मीटिंग में शामिल हुआ था, यह सोचकर कि यह कोई बिजनेस अपडेट है, लेकिन बाद में उसे पता चला कि यह छंटनी की कॉल थी। उसने कहा, “HR अधिकारी ने केवल छंटनी पैकेज के बारे में बताया।”
Oracle लेऑफ में अधिकतर क्लाउड टीम के कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। इसमें भारत और अमेरिका दोनों में इंजीनियरिंग, डेटा सेंटर संचालन और एआई टीमें शामिल हैं। कुछ रिपोर्टों से पता चलता है कि भारत में ओरेकल के लगभग 10% कर्मचारी (करीब 1 हजार) प्रभावित हुए होंगे, हालांकि कंपनी ने सटीक संख्या की पुष्टि नहीं की है। वैश्विक स्तर पर भी यही रुझान है। कैलिफोर्निया और वाशिंगटन में 300 से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया। साथ ही, Oracle आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भारी निवेश कर रहा है। कंपनी ने अमेरिका में विशाल नए डेटा सेंटर क्षमता निर्माण के लिए OpenAI के साथ एक बड़ा समझौता किया है।