श्रीनगर (नेहा): जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के 80 दिन बाद एक बड़ा खुलासा सामने आया है। बैसरन वैली में 26 लोगों की हत्या करने के बाद आतंकवादियों ने हवाई फायरिंग करके जश्न मनाया था। यह चौंका देने वाला खुलासा एनआईए की जांच में हुआ है। पहलगाम हमले के मुख्य गवाह ने जांच एजेंसी को बताया है कि आतंकवादियों ने बैसरन वैली में खून बहाने के बाद हवा में चार राउंड फायरिंग करके जश्न मनाया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू कश्मीर पुलिस की मदद से एक स्थानीय शख्स को ट्रैक किया था। जिसका हमले के बाद आतंकवादियों से आमना-सामना हुआ था।
पहलगाम आतंकवादी हमले के एक मुख्य गवाह ने जांचकर्ताओं को बताया है कि उसने 22 अप्रैल को मैदानी इलाकों में 26 नागरिकों की हत्या के बाद बंदूकधारियों को जश्न में हवा में चार राउंड गोलियां चलाते देखा था। पिछले महीने एनआईए ने हमलावरों को कथित तौर पर पनाह देने के आरोप में दो स्थानीय लोगों परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद को गिरफ्तार किया था। एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने तीन हथियारबंद आतंकवादियों की पहचान उजागर की और पुष्टि की है कि वे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े पाकिस्तानी नागरिक थे।
एनआईए की जांच जैसे आगे बढ़ी वैसे ही एक स्थानीय व्यक्ति मिला। जिसे अब जांच एजेंसी ने मुख्य गवाह बना लिया है। मुख्य गवाह ने एनआईए को अहम जानकारी दी है कि जब आतंकी नागरिकों की हत्या करने के बाद बैसरन से निकल रहे थे, तो बंदूकधारियों ने उसे रोक लिया। इसके बाद आतंकियों ने उसे कलमा पढ़ने के लिए कहा था। जब उसने अपने स्थानीय लहजे में बोलना शुरू किया, तो उन्होंने उसे छोड़ दिया। उन्होंने जश्न में गोलियां चलानी शुरू कर दीं। गवाह के अनुसार हवा में चार राउंड गोलियां चलाई गईं। गवाह के बयान के आधार पर जांच एजेंसियों ने खाली कारतूस भी बरामद किए हैं। गवाह ने बताया है कि उसने परवेज और बशीर को कथित तौर पर एक पहाड़ी के पास खड़े होकर हमलावरों के सामान की देखभाल करते देखा था।
एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी के सूत्र ने बताया कि परवेज ने दावा किया है कि घटना से एक दिन पहले, तीनों हमलावर दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उसके घर आए और खाना मांगा। उनके पास हथियार थे। उसकी पत्नी ने उन्हें खाना परोसा और वे करीब चार घंटे तक बैसरन में सुरक्षा व्यवस्था, पर्यटक स्थलों, रास्तों और समय-सारणी से जुड़े सवाल पूछते रहे। जाने से पहले, हमलावरों ने परवेज की पत्नी से कुछ मसाले और बिना पके चावल पैक करने को कहा और परिवार को 500 रुपये के पांच नोट दिए।