नई दिल्ली (नेहा): आज के दौर में, जब लोग हवाई जहाज में उड़ान भरते हैं, तो उम्मीद होती है कि वे बादलों के बीच थोड़ा सुकून और आराम पाएंगे। लेकिन इंडिगो की मुंबई-कोलकाता उड़ान में एक ऐसा तमाशा हुआ कि सुकून तो दूर, मामला थप्पड़ तक जा पहुंचा। दरअसल, प्लेन में एक यात्री को पैनिक अटैक हुआ, और दूसरा यात्री इतना “परेशान” हो गया कि उसने सीधे थप्पड़ जड़ दिया। जिसे एक प्लेन में बैठे अन्य यात्री ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। जिसका वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
मामला यूं है कि, एक यात्री को बोर्डिंग के तुरंत बाद पैनिक अटैक हुआ। केबिन क्रू तुरंत उनकी मदद के लिए पहुंचा, लेकिन पास की सीट पर बैठे एक “महानुभाव” को शायद ये सब बर्दाश्त नहीं हुआ। उन्होंने बिना देर किए, उस यात्री को एक जोरदार थप्पड़ रसीद कर दिया। अब भई, पैनिक अटैक का इलाज अगर थप्पड़ होता, तो शायद अस्पतालों में डॉक्टरों की जगह “थप्पड़बाज” नियुक्त किए जाते।
क्रू मेंबर ने तुरंत हस्तक्षेप किया और कहा, “सर, ऐसा मत कीजिए।” वहीं, वीडियो रिकॉर्ड करने वाले एक अन्य यात्री ने भी अपनी आवाज बुलंद की और कहा, “आपने उसे क्यों मारा?” जवाब में थप्पड़बाज महोदय ने तर्क दिया, “हम सबको इसकी वजह से परेशानी हो रही है।” अरे भाई, परेशानी तो सबको हो रही थी, लेकिन क्या इसका मतलब ये है कि हर कोई थप्पड़ मारने लगे? उस यात्री ने तुरंत क्रू से पानी मांगकर इंसानियत का परिचय दिया और कहा, “उन्हें पैनिक अटैक हो रहा है, कृपया पानी लाइए।”
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि, जिस यात्री को थप्पड़ मारा गया, वह मानसिक रूप से अस्थिर था। केबिन क्रू ने उचित मेडिकल सपोर्ट उपलब्ध कराते हुए आगे की कार्रवाई की। थप्पड़ कांड वाली यह घटना मुंबई से कोलकाता जाने वाली फ्लाइट संख्या 6E 138 में हुई। जिस व्यक्ति ने थप्पड़ मारा, उसे सभी प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटीज ने पुलिस के हवाले कर दिया और उसके बाद उचित कार्रवाई को अंजाम देते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
इंडिगो ने इस घटना पर अपनी सफाई दी और कहा, “हमारी उड़ान में हुई इस झड़प की घटना की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। ऐसा व्यवहार पूरी तरह अस्वीकार्य है।” एयरलाइन ने बताया कि “अनियंत्रित” यात्री को सुरक्षा एजेंसियों के हवाले कर दिया गया और सभी नियामक संस्थाओं को सूचित कर दिया गया है। पायलट ने भी बिना देर किए उस यात्री को विमान से उतरने का आदेश दिया।