नई दिल्ली (राघव): कोलकाता पुलिस ने हरियाणा के गुरुग्राम से सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर शर्मिष्ठा पनोली को जब से गिरफ्तार किया है, हर तरफ उनके नाम की चर्चा हो रही है। नॉर्थ से लेकर साउथ तक शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी की वजह की ही चर्चा है। शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी के बाद पवन कल्याण से लेकर कंगना रनौत तक उनके समर्थन में उतर आए हैं और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर को रिहा करने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में हर तरफ यही सवाल है कि आखिर शर्मिष्ठा कौन है और ऐसा क्या किया है, जो कोलकाता पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। तो चलिए हम आपको बता रहे हैं कि आखिर शर्मिष्ठा पनोली कौन हैं और उन्हें लेकर क्या बवाल मचा हुआ है।
शर्मिष्ठा पनोली एक सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर हैं और लॉ की छात्रा हैं, जिन्हें शुक्रवार को कोलकाता पुलिस ने हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। शर्मिष्ठा सोशल मीडिया पर राजनीतिक मुद्दों पर मुखरता से अपनी राय रखने के लिए जाना जाता है। हाल ही में शर्मिष्ठा ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बॉलीवुड के कुछ स्टार्स की चुप्पी पर भी सवाल उठाए थे। इस दौरान वह कुछ अनुचित शब्दों का इस्तेमाल करती दिखीं। इस वीडियो के चलते शर्मिष्ठा को सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा, जिसके बाद उन्होंने वीडियो डिलीट कर दिया और माफी भी मांगी थी। बावजूद इसके उनकी गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया पर उबाल ला दिया है।
सोशल मीडिया पर शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को लेकर सवाल हो रहे हैं। कई लोग कोलकाता पुलिस और ममता बनर्जी सरकार पर भी निशाना साधते दिखे। यूजर लगातार पूछ रहे हैं कि “क्या ये गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला नहीं है?” वहीं कुछ शर्मिष्ठाकी गिरफ्तारी को राजनीतिक दबाव करार दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर #ReleaseSharmistha, #Sharmishta और #IStandwithSharmishta जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। यूजर सवाल कर रहे हैं कि जब शर्मिष्ठा ने माफी मांग ली तो जेल क्यों?
अभिनेता और जनसेना पार्टी के चीफ पवन कल्याण ने भी शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी पर रिएक्ट किया है। उन्होंने एक पोस्ट शेयर कर कहा- ‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, कानून की छात्रा शर्मिष्ठा ने अपनी बात रखी, उनके शब्द कुछ लोगों को दुख पहुंचाने वाले और खेदजनक लगे। उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की, वीडियो डिलीट किया और माफी मांगी। लेकिन, पश्चिम बंगाल पुलिस ने शर्मिष्ठा के खिलाफ़ कार्रवाई करते हुए तुरंत कार्रवाई की। लेकिन जब टीएमसी के चुने हुए नेता, सांसद सनातन धर्म का मजाक उड़ाते हैं, तो लाखों लोगों को जो गहरा, तीखा दर्द होता है, उसका क्या? जब हमारे धर्म को ‘गंध धर्म’ कहा जाता है, तो आक्रोश कहाँ है? उनकी माफ़ी कहाँ है? उनकी त्वरित गिरफ़्तारी कहां है?’
उन्होंने कहा ‘ईशनिंदा की हमेशा निंदा की जानी चाहिए! धर्मनिरपेक्षता कुछ लोगों के लिए ढाल और दूसरों के लिए तलवार नहीं है। यह दो-तरफा रास्ता होना चाहिए। पश्चिम बंगाल पुलिस, पूरा देश देख रहा है। सभी के लिए न्यायपूर्ण कार्य करें। #IstandwithSharmistha। #EqualJustice।’