नई दिल्ली (नेहा): Facebook पर फिर से 15 साल पुराने लोकप्रिय फीचर का ट्रैंड आने वाला है। फेसबुक यूजर्स एक बार फिर से नए तरीके से एक दूसरे को ‘पोक’ कर पाएंगे। 2010 के दशक में फेसबुक का पोक फीचर काफी पसंद जाता था। यूजर्स सामने वाले, अपने दोस्त या फिर अपने क्रश का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए इस फीचर का बहुत यूज किया करते थे। उस समय यह काफी ट्रैंड में था। हालांकि, कुछ समय बाद इसकी लोकप्रियता खत्म होती चली गई।
हालांकि, मेटा के स्वामित्व वाले इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook ने हाल ही में एक पोस्ट शेयर किया। इसमें बताया गया कि पोक की वापसी हो रही है और अब दोस्तों को पोक करना और यह जानना आसान हो गया है कि यूजर्स ने किसी खास दोस्त पर कितनी बार इस फीचर का इस्तेमाल किया है। इसका मतलब अब यह भी देख पाएंगे कि यूजर के किस दोस्त को कितनी बार पोक किया है।
अब यूजर्स अपने फेसबुक प्रोफाइल पर सीधे एक नए बटन के जरिए अपने दोस्तों को पोक कर पाएंगे। पोक करने वाले को एक नोटिफिकेशन के जरिए अलर्ट भेजा जाएगा। इसके अलावा, फेसबुक यूजर्स देख सकते हैं कि उन्हें किसने पोक किया है और facebook.com/pokes पर पोक करने के लिए दोस्तों को ढूंढ सकते हैं। इस पेज पर, यूजर्स दोस्तों के साथ अपने “पोक काउंट” को ट्रैक कर पाएंगे। फेसबुक चाहता है कि पोक, स्नैपचैट और टिकटॉक की तरह, यूजर्स को ऐप से जोड़े रखे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फेसबुक का पोक फीचर कभी गया ही नहीं था। यह फेसबुक के शुरुआती दिनों का एक क्लासिक फीचर है। यह फीचर अपने दोस्तों को पोक करने यानी उन्हें अपनी ओर खींचने का एक वर्चुअल क्लासिक तरीका है। हालांकि, पोक का इस्तेमाल बहुत पहले कम हो गया था, लेकिन हाल ही में कंपनी ने देखा कि युवा यूजर्स इसे फिर से इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी वजह से फेसबुक ने पोक को खास बनाने का फैसला किया।
ये फीचर दोस्तों को यह ट्रैक करने में मदद करता है कि वे सबसे ज्यादा किसे मैसेज करते हैं, लेकिन स्ट्रीक्स की वजह से कुछ कानूनी मामले भी सामने आए हैं। लोगों का कहना है कि ये फीचर लत लगाने वाले होते हैं और बच्चों को ऐप्स से बांधे रखते हैं।
बता दें कि एक बार पहले भी कंपनी ने इस फीचर को फिर से ट्रैंड में लाने की कोशिश की थी। मार्च 2024 में, कंपनी ने कहा था कि उसने सर्च के जरिए पोकिंग पेज को ढूंढना आसान बना दिया है। इसके अलावा, किसी दोस्त को सर्च करने के बाद उसे पोक करना भी आसान हो गया था। मेटा ने कहा कि इन छोटे बदलावों के बाद पोकिंग में 13 गुना बढ़ोतरी हुई।