पुणे (नेहा): निलंबित आईपीएस अधिकारी पूजा खेड़कर और उनका परिवार एक बार फिर नए विवाद की वजह से चर्चा में है। पूजा खेड़कर पर फर्जी डिग्री से सिविल सर्विसेज की नौकरी हासिल करने का मामला अभी चल ही रहा है, इसी बीच एक नए मामले ने उनके परिवार की मुसीबतें और बढ़ा दी है। नवी मुंबई के रोड रेज और अपहरण मामले को लेकर पुणे के चतुश्रृंगी पुलिस थाने में पूजा खेड़कर की मां मनोरमा खेड़कर पर गंभीर आरोप दर्ज किए गए हैं। इनमें पुलिस पर कुत्ता छोड़ने और बदसूलकी जैसे आरोप हैं. इसके बाद से पूजा खेड़कर के माता-पिता फरार हैं।
रबाले पुलिस सूत्रों के अनुसार मनोरमा खेड़कर, पूजा खेड़कर के पिता और उनका बॉडी गार्ड तीनों ही फरार है। इन तीनों की तलाश के लिए रबाले पुलिस ने 3 टीम बनाई है और इन्हें महाराष्ट्र और कई अलग अलग जगहों ढूंढा जा रहा है। रबाले में जो मामला दर्ज किया गया था, उसमें मनोरमा खेड़कर को भी आरोपी बनाया गया है। दरअसल पूर्व आईएएस प्रोबेशनर पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर ने ट्रक चालक अपहरण मामले में शामिल दो आरोपियों को पुणे स्थित अपने बंगले से भागने में कथित तौर पर मदद की और नवी मुंबई पुलिस टीम को डराने के लिए ‘खूंखार’ कुत्ते छोड़ दिए।
नवी मुंबई पुलिस ने दोनों आरोपियों की पहचान पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर और उनके अंगरक्षक प्रफुल सालुंखे के रूप में की है, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। शनिवार शाम को हुई इस घटना के कुछ ही घंटों के भीतर रविवार को चालक को पुणे में पूजा खेडकर के घर से बचा लिया गया। रबाले पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना नवी मुंबई में मुलुंद-ऐरोली रोड पर उस समय घटी जब प्रह्लाद कुमार (22) द्वारा चलाया जा रहा कंक्रीट मिक्सर ट्रक एक लैंड क्रूजर कार से टकरा गया।
इसके बाद उसके और चार पहिया वाहन में सवार दो लोगों के बीच बहस हो गई। उन्होंने कहा कि दिलीप खेडकर और सालुंखे, कुमार को एसयूवी में बैठाकर पुणे के बानेर इलाके में पूजा खेडकर के बंगले पर ले गए। इस बीच, एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए नवी मुंबई पुलिस को कुमार के खेडकर के बंगले पर होने का पता चला।


