नई दिल्ली (नेहा): लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिका के टैरिफ को लेकर सरकार को घेरने के साथ ही एक चौंकाने वाला बयान दिया। वकीलों को संबोधित करते हुए भीड़ की नारेबाजी के बीच राहुल ने स्पष्ट किया कि वे राजा नहीं हैं और न ही बनना चाहते हैं, बल्कि इस ‘राजा’ के कॉन्सेप्ट के खिलाफ हैं।
राहुल गांधी वकीलों को संबोधित कर रहे थे, जब भीड़ ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। राहुल ने उन्हें रोकते हुए कहा, “मैं राजा नहीं हूँ, होना भी नहीं चाहता हूँ, राजा के खिलाफ हूँ, इस कॉन्सेप्ट के खिलाफ हूँ।” यह बयान उनकी लोकतांत्रिक सोच और शक्ति के केंद्रीकरण के विरोध को दर्शाता है।
वकीलों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के इतिहास और वकीलों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “आप सबने कांग्रेस पार्टी बनाया है। शुरुआत में कांग्रेस वकीलों की ही पार्टी थी। गांधी, नेहरू, पटेल, अम्बेडकर सब वकील थे, आप सब कांग्रेस की बैकबोन हैं।” उन्होंने वकीलों को कांग्रेस की रीढ़ बताते हुए उनके योगदान को सराहा।