रांची (नेहा): रांची सदर थाना में मोइन आलम ने अब्दुल रहमान के खिलाफ वंदे भारत ट्रेन में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का केस दर्ज कराया है। मोइन आलम ने पुलिस को बताया कि वह रातू इलाके में रहता है और ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है। धुर्वा निवासी मोइन के फुफेरे भाई ने उसे बताया कि बड़गाईं में रहने वाला आरोपित अब्दुल रहमान वंदे भारत में नौकरी लगाता है। आरोपित 20 से 25 हजार रुपये वर्दी और आइकार्ड बनाने के लिए लेता है और 20 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन दिलाने का वादा करता है। मोइन इसके लिए तैयार हो गया। मोइन अपने भाई के साथ हटिया स्थित डीआरएम आफिस के बाहर मिलने गया, जहां आरोपित पहले से बैठा हुआ था। आरोपित ने मोइन से कहा कि वह वंदे भारत ट्रेन में प्राइवेट कांट्रेक्ट पर सुपरवाइजर की नौकरी दिला देगा। यह कांट्रेक्ट छह वर्ष का होगा। आरोपित ने मोइन से पैसा हसरत प्रवीण के खाते में डलवाया।
पैसा लेने के बाद आरोपित ने जिंदल प्राइवेट लिमिटेड पूर्व रेलवे रांची के नाम से एक आइ कार्ड दिखाया और मोइन से फोटो लेकर कहा कि वह कांट्रेक्टर से हस्ताक्षर कराकर दो से तीन दिन में आइकार्ड दे देगा। इसके बाद आरोपित ने मोइन का फोन उठाना बंद कर दिया। मोइन आरोपित को खोजते हुए हटिया स्टेशन पहुंचा, जहां उसे लगा कि उसके साथ ठगी हुई है। मोइन को हटिया स्टेशन पर 15 से 20 अन्य लोग भी मिले, जो आरोपित अब्दुल रहमान को खोज रहे थे। सभी युवकों को आरोपित ने ज्वाइनिंग लेटर देने के लिए बुलाया था, लेकिन वह नहीं आया। मोइन ने बताया कि मौके पर पूछताछ करने पर पता चला कि एजाज हसन से 25 हजार, अमीर सोहेल से 25 हजार, फैयाज अंसारी से 20 हजार, हसीबुल्ल अंसारी से 50 हजार, एयाज आलम से 45 हजार, साहिल राजा से 13 हजार, समी अंसारी से 25 हजार, इलताब अंसारी से 15 हजार, गुफरान अंसारी से 25 हजार, सोहेल अंसारी से 25 हजार, गडविन खलखो से 10 हजार और फुफेरे भाई से 20 हजार रुपये आरोपित ने लिए हैं।
इसके अलावा अन्य कई लोग भी हैं जिन्होंने पैसा दिया है। मोइन ने पुलिस को बताया कि आरोपित अब्दुल की तलाश में जब वह सदर थाना क्षेत्र स्थित बड़गाईं पहुंचा, तो पता चला कि जिस खाते में लोगों द्वारा पैसा दिया जाता है, वह आरोपित की दूसरी पत्नी का खाता है। आरोपित अपनी दूसरी पत्नी को भी झांसा में रखकर पैसा मंगवाता था। आरोपित अपने ससुराल में नहीं था और उसे कई जगहों पर खोजा गया, लेकिन वह नहीं मिला।