पुरी (नेहा): ओडिशा के पुरी में शुक्रवार को महाप्रभु जगन्नाथ की विश्वप्रसिद्ध रथयात्रा में भारी भीड़ के चलते 600 से अधिक श्रद्धालु घायल व बीमार हो गए, सभी को इलाज के लिए स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। बीमार लोगों को लेकर अभी तक आधिकारिक तौर पर संख्या नहीं बताई गई है, लेकिन मौके पर दौड़ रही है एंबुलेंस के अनुसार 600 से अधिक श्रद्धालु बीमार हुए हैं। रथयात्रा के दौरान भीड़ के बीच लगभग 1500 भाजपा युवा मोर्चा के स्वयंसेवकों ने एंबुलेंस के लिए रास्ता सुनिश्चित करने हेतु मानव श्रृंखला बनाई।
जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान कुछ लोगों के बेहोश होने की खबरों पर ओडिशा के मंत्री मुकेश महालिंग ने कहा कि अधिक नमी के कारण एक-दो भक्त बेहोश हो गए। बचाव दल ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया… मंदिर क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र हैं। आगे बोले कि मैं यह सुनिश्चित करने के लिए भी यहां हूं कि ग्लूकोज और पानी पर्याप्त रूप से उपलब्ध कराया जा रहा है। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए अस्पताल भी जाऊंगा कि जिन लोगों को इसकी आवश्यकता है, उन्हें उचित स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा रही है। ओडिशा के पुरी में शुक्रवार को महाप्रभु जगन्नाथ की विश्वप्रसिद्ध रथयात्रा आस्था, परंपरा, उल्लास और आनंद के बीच निकली। भव्य उत्सव में शामिल होने लाखों लोग पुरी पहुंचे। जय जगन्नाथ के गगनभेदी घोष के बीच भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों को रस्सियों के सहारे भक्तों ने खींचकर आगे बढ़ाया। शाम हो जाने के कारण रथयात्रा को बीच में ही विश्राम दे दिया गया।
अब रथयात्रा शनिवार को एक बार फिर से गुंडिचा मंदिर के लिए शुरू होगी। शनिवार को अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर पहुंचने के बाद भगवान नौ दिनों तक यहीं रहेंगे। नौ दिनों बाद पुन: भक्त लौटती रथयात्रा में भगवान को रथ पर बिठाकर उनके मूल मंदिर लाएंगे। अगले नौ दिनों तक यहां मेला और उत्सव चलता रहेगा। प्रशासन के अनुसार, रथयात्रा में शामिल होने के लिए 10 लाख से अधिक श्रद्धालु पुरी में मौजूद रहे। रथयात्रा में भगवान के रथ के आगे नाचते-गाते श्रद्धालु चल रहे थे। इससे पहले सुबह से ही श्रीमंदिर में वैदिक परंपरा के अनुसार विशेष अनुष्ठान संपन्न किए गए।