वाराणसी (नेहा): वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर हर महादेव के जयघोष से काशीवासियों का अभिवादन किया। उन्होंने भोजपुरी में अपने भाषण की शुरुआत की और फिर पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भी जिक्र किया। पहलगाम आतंकी हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज मैं ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार काशी आया हूं। जब 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, 26 निर्दोष लोगों की इतनी बेरहमी से हत्या कर दी गई… मेरा हृदय बहुत तकलीफ से भर गया था।
उन्होंने कहा, तब मैं बाबा विश्वनाथ से यही मना रहा था कि सभी पीड़ित परिवारों को ये दुख सहने की हिम्मत दें। मैंने अपनी बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का जो वचन दिया था वह भी पूरा हुआ। ये महादेव के आशीर्वाद से ही संभव हुआ है। उन्होंने आगे कहा की ऑपरेशन सिंदूर जवानों के पराक्रम का वह पल और आज किसानों को प्रणाम करने का अवसर है। आज यहां एक विराट किसान उत्सव का आयोजन हो रहा है। इसमें देश के 10 करोड़ किसान भाई-बहनों के खातों में 21 हजार करोड़ रुपये PM किसान सम्मान निधि के रूप में भेजे गए हैं और जब काशी से धन जाता है तो वह अपने आप प्रसाद बन जाता है। उन्होंने कहा कि सावन का महीना हो, काशी जैसा पवित्र स्थान हो और देश के किसानों से जुड़ने का अवसर हो इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है।
अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु दौरे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘कुछ दिनों पहले मैं तमिलनाडु में था। वहां 1000 साल पुराने एक ऐतिहासिक मंदिर गया था, जिसे महान राजा राजेंद्र चोल ने बनवाया था। राजेंद्र चोल ने उत्तर भारत से गंगाजल लाकर उत्तर को दक्षिण से जोड़ा था। आज काशी तमिल संगमम जैसे प्रयासों के माध्यम से इसे आगे बढ़ाने का एक विनम्र प्रयास हो रहा है। देश की एकता की हर बात एक नई चेतना जगाती है और तभी ऑपरेशन सिंदूर सफल होता है। 140 करोड़ देशवासियों की एकता ही ऑपरेशन सिंदूर की ताकत बनती है।