नई दिल्ली (नेहा): नई दिल्ली: कभी टीम इंडिया के अहम चेहरों में गिने जाने वाले आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा अब भारतीय क्रिकेट में नए रोल में नजर आने वाले हैं। दोनों दिग्गज अब चयनकर्ता बनकर भारतीय टीम को मजबूत बनाने का काम करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बाएं हाथ के स्पिनर रहे प्रज्ञान ओझा और बाएं हाथ के पेसर रहे रुद्र प्रताप सिंह मेंस सीनियर सिलेक्शन कमिटी के नए सदस्य बन सकते हैं, जिसके चेयरमैन अजीत अगरकर हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पिछले महीने दो राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के पदों के लिए आवेदन मंगाए थे। सिलेक्टर बनने के लिए किसी भी बड़े चेहरे ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने राष्ट्रीय चयनकर्ता पद के लिए आवेदन किया था। उनके अलावा उत्तर प्रदेश के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष विंस्टन जैदी और हिमाचल प्रदेश के शक्ति सिंह सेंट्रल जोन से अन्य उम्मीदवार थे।
भारतीय बोर्ड ने अपने दो निवर्तमान चयनकर्ताओं सुब्रतो बनर्जी (सेंट्रल जोन) और एस शरत (साउथ जोन) की जगह लेने के लिए कुछ मानदंड रखे थे। इन पोस्ट के लिए वही शख्स आवेदन कर सकता था। जिसने कम से कम सात टेस्ट मैच या 30 प्रथम श्रेणी मैच या 10 एकदिवसीय या 20 प्रथम श्रेणी मैच खेले हो। आवेदक को कम से कम पांच साल पहले खेल से संन्यास लेना चाहिए और वह पांच साल की कुल अवधि के लिए बीसीसीआई की किसी भी क्रिकेट समिति का सदस्य नहीं होना चाहिए। आरपी सिंह ने 2005 से 2011 के बीच 14 टेस्ट, 58 वनडे और 10 टी-20 इंटरनेशनल मैच में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वह एमएस धोनी की अगुवाई वाली उस भारतीय टीम का हिस्सा थे, जिसने दक्षिण अफ्रीका में पहला टी-20 विश्व कप जीता था।