जयपुर (राघव): राजस्थान क्रिकेट में चल रही गुटबाजी के कारण अब हालात दिन-प्रतिदिन बिगड़ने लगे हैं। राजस्थान क्रिकेट में ऊपरी स्तर पर चल रहे लगातार विवादों के कारण गुटबाजी इस कदर बढ़ गई है कि इसका असर अब खेल में भी दिखने लगा है। इसकी बानगी राजधानी जयपुर में हाल ही में शुरू हुए T20 महिला सीनियर वर्ग चैम्पियनशिप के मैच में देखने को मिली। इस चैम्पियनशिप में सोमवार को सीकर और सिरोही के बीच जयपुर में हुए मैच में सिरोही की टीम महज 4 रन बना पाई। इनमें भी दो रन एक्सट्रा के थे। एक खिलाड़ी केवल दो ही रन बना पाई और पूरी टीम आउट हो गई।
इस मैच के परिणाम के बाद टीम के चयन पर सवाल उठने लगे. विवाद इस बात पर भी हुआ कि आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है? चयनकर्ता या खिलाड़ी। इस चैम्पियनशिप में प्रदेश के 33 जिलों की टीमें भाग ले रही हैं। चैम्पियनशिप के दौरान सोमवार को हुए 16 मैचों में सबसे ज्यादा चर्चा सीकर बनाम सिरोही मैच की रही। मैच में खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखकर न केवल दर्शक हैरान रह गए बल्कि यह वहां एक तरह से मजाक का विषय बन गया। मैच के दौरान खिलाड़ियों से ज्यादा चर्चा चयनकर्ताओं के चयन की रही।
इस मैच का परिणाम हर किसी को हैरान कर देने वाला था। सिरोही के टीम के 10 खिलाड़ी शून्य पर आउट हो गईं। केवल एक खिलाड़ी ने दो रन बनाए। वहीं 2 रन एक्सट्रा में मिले। सिरोही के सामने सीकर की टीम ने भी बल्ले से महज एक रन बनाया। उसे चार रन सिरोही टीम की ओर से फेंकी गई वाइड बॉल से मिले। सिरोही की टीम की बॉलर ने वाइड बॉल फेंककर चार रन यूं ही सीकर की टीम की झोली में डाल दिए।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में बीते करीब 1 साल से जबर्दस्त उठापटक का दौर चल रहा है। आरसीए पर काबिज होने के लिए सभी दांव पेंच अपनाए जा रहे हैं। इसके लिए कानूनी लड़ाई का भी सहारा लिया जा रहा है। आरसीए में हो रही इस नूरा कुश्ती का सीधा असर जिला क्रिकेट एसोसिएशन (DCC) पर भी पड़ रहा है। क्रिकेट जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि इसके चलते राजस्थान क्रिकेट रसातल में जाता जा रहा है। कोई धणीधोरी नहीं है। खिलाड़ियों का चयन प्रदर्शन से ज्यादा अप्रोच पर हो रहा है। इसकी परिणाम सिरोही की टीम का प्रदर्शन है। बहरहाल राजस्थान में क्रिकेट प्रेमियों के बीच सिरोही-सीकर क्रिकेट मैच खासा चर्चा में बना हुआ है।