नई दिल्ली (नेहा): जिस बात को लेकर पाकिस्तान के अंदर कई दिनों से डर का माहौल था, आखिर भारत ने वह काम कर ही दिया। भारत ने आज मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण कर लिया है। यह मिसाइल टेस्ट ओडिशा के चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज में किया गया। पाकिस्तान के अंदर इस मिसाइल का खौफ किस कदर है, यह इस बात से समझा जा सकता है कि एक दिन पहले ही इस्लामाबाद के थिंक टैंक ने अग्नि-5 को लेकर PAK सरकार को चेतावनी दी थी।
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित थिंक टैंक स्ट्रैटेजिक विजन इंस्टीट्यूट (SVR) ने अग्नि-5 को लेकर पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार के साथ-साथ आर्मी चीफ असीम मुनीर को भी चेताया था। SVR ने कहा था कि अगर भारत इस मिसाइल का सफल परीक्षण कर लेता है तो यह पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी की तरह होगा। पाकिस्तान इस मिसाइल से इसलिए भी डरा हुआ है, क्योंकि इसकी रेंज 5000 किलोमीटर से भी ज्यादा है।
बता दें कि यह मिसाइल भारत की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) अग्नि-5 का एक संस्करण है। इसे भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है। जून में यह जानकारी भी सामने आई थी कि DRDO इसे अपग्रेड करने की योजना बना रहा है, जिससे इसकी मारक क्षमता 7,500 किलोमीटर तक बढ़ जाएगी।
बता दें कि पिछले साल भारत ने मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल रीएंट्री व्हीकल (MIRV) क्षमता वाली अग्नि-5 मिसाइल का पहला परीक्षण किया था। यह तकनीक इस हथियार प्रणाली को कई परमाणु हथियारों से निपटने में सक्षम बनाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मिशन में शामिल DRDO वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की थी। अग्नि-5 मिसाइल कई वॉरहेड ले जाने और एक से ज्यादा ठिकानों पर निशाना लगाने में सक्षम है। यह एमआईआरवी तकनीक यानी मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल तकनीक से लैस है। यह क्षमता इसे एक खतरनाक हथियार बनाती है।