नई दिल्ली (राघव): ईरान और इजराइल के बीच जारी युद्ध के बीच भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ शुरू कर अपने नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश लाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इसी कड़ी में बीती रात ईरान के मशहद शहर से 290 भारतीय नागरिकों को विशेष विमान के ज़रिए दिल्ली लाया गया। ये विमान रात 11:30 बजे राजधानी में उतरा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 1117 भारतीयों को ईरान से सुरक्षित निकाला जा चुका है। ऑपरेशन लगातार जारी है।
ईरान से लौटे कई भारतीय नागरिकों ने बताया कि वे धार्मिक यात्रा (जियारत) पर गए थे, लेकिन अचानक हालात बिगड़ने से वहां फंस गए। एक यात्री ने कहा, “हम मिसाइलों की आवाज़ में कांप रहे थे, मौत सामने थी, लेकिन अब भारत आकर सुकून महसूस हो रहा है।” कश्मीर के रहने वाले एमबीबीएस छात्र नवीद ने बताया, “हम बहुत डरे हुए थे, एक हफ्ते तक बाहर निकलना मना था। भारत सरकार और दूतावास ने जो मदद की, उसके लिए हम दिल से आभारी हैं।”
वापस लौटे नागरिक मोहम्मद अशफाक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का धन्यवाद देते हुए कहा, “दूतावास ने हमारी पूरी देखभाल की। 29 मई को हम 96 लोग ईरान गए थे, लेकिन हमें नहीं पता था कि हालात ऐसे हो जाएंगे।” एक और यात्री सैयद निहाल हैदर ने कहा, “भारत सरकार ने हमें सुरक्षित रखने के पूरे इंतजाम किए। ईरान की सरकार ने भी अच्छे होटल में रखा, खाना-पीना दिया और हमें बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जब तक फ्लाइट का इंतज़ाम नहीं हुआ।”
परवीन और इंदिरा कुमारी जैसे कई नागरिकों ने भारत सरकार और पीएम मोदी को धन्यवाद कहा। परवीन ने कहा, “हम सुरक्षित वापस आ गए, ये सबसे बड़ी बात है। सरकार ने जिस तरह से साथ दिया, वह सराहनीय है।” ‘ऑपरेशन सिंधु’ के ज़रिए भारत सरकार संकट में फंसे अपने नागरिकों को न केवल सुरक्षित निकाल रही है, बल्कि उन्हें हर संभव सहायता भी प्रदान कर रही है। संकट के समय में यह अभियान एक बड़ा मानवीय और कूटनीतिक प्रयास बनकर सामने आया है।