नई दिल्ली (नेहा): सरकार ने चीनी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म टिकटॉक को अनब्लॉक करने का कोई आदेश जारी नहीं किया है। कुछ लोगों द्वारा अपने डेस्कटाप ब्राउजर पर टिकटॉक वेबसाइट एक्सेस करने के बाद इसे अनब्लॉक किए जाने से जुड़ी खबरें सामने आने लगीं। हालांकि, आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार देर रात बताया कि भारत सरकार ने टिकटॉक को अनब्लॉक करने का कोई आदेश जारी नहीं किया है। ऐसा कोई भी बयान या खबर झूठी और भ्रामक है। जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़पों के बाद सरकार द्वारा ब्लॉक किए गए इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों में टिकटॉक भी शामिल था।
शुरुआत में टिकटॉक, यूसी ब्राउजर और शीन सहित 59 एप को ब्लॉक किया गया था। बाद में पबजी सहित और भी एप को सरकार ने ब्लॉक कर दिया। सरकारी आदेश के अनुसार सभी प्लेटफार्म पर प्रतिबंध जारी है। जून 2020 में जब भारत सरकार ने TikTok और 58 दूसरे चाइनीज ऐप्स को बैन किया था, तो ये घोषणा बिना किसी वार्निंग के की गई थी। इससे भारत के 20 करोड़ एक्टिव TikTok यूजर्स अचानक प्लेटफॉर्म से कट गए। सरकार ने TikTok को ‘डेटा प्राइवेसी’ और ‘नेशनल सिक्योरिटी रिस्क’ बताते हुए ब्लॉक करने का फैसला लिया था। तब से अब तक यह ऐप भारत के सबसे बड़े मार्केट्स में से एक में बंद है।
भारत-चीन संबंधों में हालिया सुधार वापसी की अटकलों को और हवा दे रहा है। इस हफ्ते की शुरुआत में चीनी विदेश मंत्री वांग यी की नई दिल्ली की यात्रा में प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठकें शामिल थीं। दोनों पक्षों ने ‘स्पष्ट और रचनात्मक’ बातचीत के महत्व पर जोर दिया। इस महीने के अंत में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री की चीन यात्रा बेहतर संबंधों का संकेत हो सकती है।