नई दिल्ली (नेहा): आज 28 अक्टूबर को आस्था और सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा का अंतिम दिन मनाया जा रहा है। चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व की शुरुआत नहाय खाय के साथ हुई थी। बीते रविवार, 26 अक्टूबर को छठ के दूसरे दिन खरना का प्रसाद ग्रहण कर व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू किया था, जिसका समापन उषा अर्घ्य देने के बाद होता है। छठ पूजा का उषा अर्घ्य 28 अक्टूबर, मंगलवार को दिया जाएगा। इससे पहले सोमवार, 27 अक्टूबर को छठ के तीसरे दिन डूबते सूर्य को संध्या अर्घ्य दिया गया। चलिए आपको बताते हैं कि 28 अक्टूबर को किस शुभ मुहूर्त में उषा अर्घ्य देना शुभ रहेगा।
मंगलवार, 28 अक्टूबर की सुबह उदीयमान सूर्य अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। इस दौरान छठ घाटों पर आस्था का जन सैलाब उमड़ेगा। व्रती सूर्य को अर्घ्य देते समय अपनी संतान और जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद 36 घंटे के निर्जला व्रत का पारण भी व्रती द्वारा किया जाएगा।
आपको बता दें, छठ व्रत का उषा अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त:-
सुबह 5:33 बजे से सुबह 6:30 बजे तक
छठ पूजा के चौथे और आखिरी दिन सूर्य को अर्घ्य देने के लिए भक्त सुबह 3 या 4 बजे ही घाटों पर पहुंच जाते हैं। सभी व्रती अपने साथ फल, गन्ना, नारियल और ठेकुआ जैसी सामग्रियों से भरी टोकरी लेकर आते हैं। जैसे ही सूरज की पहली किरणें नजर आती हैं, भक्त नदी, तालाब या जलाशयों में खड़े होकर सूर्य देव को उषा अर्घ्य अर्पित करते हैं।


