गोरखपुर (नेहा): सहजनवा के डुमरी निवास (तिवरान) गांव में शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया। करंट की चपेट में आने से चाचा और भतीजा की मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शव को ठर्रापार के पास सड़क पर रखकर सहजनवा–घघसरा मार्ग जाम कर दिया। आक्रोश लोग विद्युत विभाग की लापरवाही से हादसा होने की बात कह दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।पुलिस के अधिकारी समझाने में लगे हैं। मृतकों की पहचान 32 वर्षीय चंद्रेश कुमार और उनके चाचा 60 वर्षीय राम बेलास के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि चंद्रेश ने घर के लिए बिजली कनेक्शन लिया था लेकिन पड़ोसी से विवाद के चलते पोल से कनेक्शन काट दिया गया।
कई बार शिकायत करने के बावजूद बिजली विभाग ने नहीं जोड़ा तो चंद्रेश ने करीब 400 मीटर दूर ट्रांसफार्मर से बांस और लोहे के पोल के सहारे केबल खींचकर अपने घर की बिजली चला रहे थे शुक्रवार सुबह तार ढीला होकर पोखरे के पास झूल रहा था। मछली पालक के जानकारी देने पर चंद्रेश अपने चाचा राम बेलास के साथ तार कसने पहुंचे। इसी दौरान लोहे का पोल छूते ही दोनों करंट की चपेट में आ गए। गंभीर हालत में सीएचसी ठर्रापार ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई।
हादसे के बाद परिजन और ग्रामीण भड़क गए। शव सड़क पर रखकर जाम कर दिया और विद्युत विभाग के एसडीओ व जेई पर कार्रवाई की मांग करने लगे। चौकी प्रभारी दुर्गेश सिंह और नगर पंचायत अध्यक्ष प्रभाकर दुबे पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। राम बेलास की कोई संतान नहीं थी। वे पत्नी रीता देवी के साथ चंद्रेश के घर में ही रहते थे। वहीं चंद्रेश के परिवार में पत्नी कुसुम देवी, आठ साल का बेटा दिनेश और पांच साल की बेटी अनन्या है। दोनों की मौत के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है और ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है।