चंडीगढ़ (नेहा): देश के सबसे महंगे वीआईपी नंबर प्लेट को लेकर बड़ा ट्विस्ट सामने आया है। हरियाणा की ‘ HR88B8888 ‘ नंबर प्लेट को 1.17 करोड़ रुपये में बेचा गया था। हालांकि अब फिर से इसकी नीलाम होगी। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि जिस व्यक्ति ने यह वीआईपी नंबर खरीदा था, वह तय समय में भुगतान नहीं कर पाया। दरअसल ट्रांसपोर्टेशन सर्विस रोमुलस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सुधीर कुमार ने वीआईपी नंबर ‘HR88B8888’ के लिए बोली लगाई थी। दो दिन की बोली के बाद उन्होंने 1.17 करोड़ रुपये में नंबर प्लेट हासिल कर ली, जिससे यह भारत की सबसे महंगी नंबर प्लेट बन गई।
जानकारी के मुताबिक, 1.17 करोड़ रुपये देने की डेडलाइन आज, 1 दिसंबर, दोपहर 12 बजे थी। रविवार को बोली लगाने वाले सुधीर कुमार ने कहा कि उन्होंने शनिवार रात दो बार बोली की रकम जमा करने की कोशिश की, लेकिन एक टेक्निकल गड़बड़ी के कारण वे फेल हो गए। उन्होंने यह भी कहा कि उनका परिवार नंबर प्लेट पर इतनी बड़ी रकम खर्च करने के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि अभी परिवार के साथ बातचीत चल रही है। परिवार के बड़े-बुज़ुर्गों का कहना है कि नंबर प्लेट पर इतनी बड़ी रकम खर्च करना समझदारी का फ़ैसला नहीं है, जबकि मेरी राय इसके पक्ष में है। हम सोमवार तक आख़िरी फ़ैसला करेंगे।
हरियाणा हर सप्ताह वीआईपी या फैंसी नंबर प्लेट के लिए ऑनलाइन ऑक्शन करता है। शुक्रवार शाम 5 बजे से सोमवार सुबह 9 बजे के बीच बोली लगाने वाले अपनी पसंद के नंबर के लिए अप्लाई कर सकते हैं। और फिर बुधवार शाम 5 बजे रिजल्ट आने तक बोली लगाने का खेल शुरू होता है। ऑक्शन पूरी तरह से ऑफिशियल fancy.parivahan.gov.in पोर्टल पर ऑनलाइन होता है। इस सप्ताह बोली के लिए रखे गए सभी नंबरों में से, रजिस्ट्रेशन नंबर ‘HR88B8888’ के लिए सबसे ज़्यादा कुल 45 एप्लीकेशन आए। बेस बिडिंग प्राइस 50,000 रुपये तय किया गया था जो हर मिनट बढ़ता रहा और शाम 5 बजे 1.17 करोड़ रुपये पर आ गया।


