नई दिल्ली (पायल): दिल्ली में स्वच्छता और प्रदूषण को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में वंदे भारत ट्रेन के बाहर बड़े पैमाने पर बिखरे कचरे को दिखाया गया है। यह दृश्य चिंताजनक इसलिए है क्योंकि सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन पर करीब 90,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, फिर भी राजधानी की सफाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लोगों में गुस्सा और नाराज़गी देखी गई। नागरिक सरकार से यह सवाल पूछ रहे हैं कि इतनी बड़ी रकम खर्च होने के बावजूद शहर साफ क्यों नहीं है। लोग पैसे की पारदर्शिता और सफाई अभियानों की जवाबदेही की मांग कर रहे हैं। विशेषज्ञों और सोशल मीडिया यूज़र्स का कहना है कि हम अक्सर देश को ‘मां’ कहते हैं, लेकिन असल में इसे गंदा करते रहते हैं। गायों को माता कहकर कचरा खाने पर मजबूर किया जाता है और नदियों की पूजा करते हुए उन्हें प्रदूषण में डुबो दिया जाता है।
दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता है, खासकर यमुना नदी की सफाई जैसे मुद्दों पर। यह भी बताया गया कि अंधविश्वास और गैरजिम्मेदार व्यवहार हमारे प्राकृतिक वातावरण को नुकसान पहुँचा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बदलाव की शुरुआत हर व्यक्ति से होनी चाहिए। इसी बीच, दिल्ली के अशोक विहार का एक और वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक खाली प्लॉट में आग लगी हुई दिखाई दे रही है। वीडियो में एक युवक प्रदूषण के बारे में जानकारी दे रहा है और कैप्शन में लिखा है, “अब समय आ गया है कि हम अपनी ज़िम्मेदारी लें और दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ मिलकर काम करें।”

