नई दिल्ली (नेहा): दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि यमुना का जलस्तर बुधवार सुबह खतरे के निशान से नीचे आ गया और सरकार स्थिति पर करीब से नजर रख रही है। मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि सुबह छह बजे पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 204.76 मीटर था जो खतरे के निशान से नीचे है।
दिल्ली के लिए यमुना में खतरे का निशान 205.33 मीटर है। मंगलवार से नदी में जलस्तर कम होना शुरू हो गया था। उन्होंने कहा कि संतोष की बात है कि यमुना का जलस्तर अब खतरे के निशान से काफी नीचे है। जल निकासी की दर, आवक से अधिक बनी हुई है।
सीएम ने कहा कि आश्वस्त रहें, हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं। हमारी निगरानी और प्रबंधन प्रणाली चौबीसों घंटे सक्रिय है तथा हर स्थिति पर गहन नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि हथिनीकुंड बैराज से 31,016 क्यूसेक और वजीराबाद बैराज से 41,200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि ओखला बैराज से निकासी 79,840 क्यूसेक है।
बता दें कि यमुना का जलस्तर दोपहर 12 बजे और घटा, जबकि शाम 5 बजे तक यह 205.68 मीटर तक पहुंच गया। यानी 11 घंटों में जलस्तर में 0.23 मीटर की कमी दर्ज की गई। अफसरों का कहना है कि देर रात तक यमुना का जलस्तर खतरे के निशान तक या इससे भी कम हो सकता है। जलस्तर को नीचे लाने के लिए ओखला बैराज से हर घंटे करीब 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।