पटना (नेहा): बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का पार्टी बदलने की सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह जन सुराज पार्टी का दामन थाम लिया है। आरसीपी सिंह के जसुपा में शामिल होने के साथ ही उनकी पार्टी आप सबकी आवाज का भी जसुपा में विलय हो जाएगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह राजनीति में आने से पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे चुके हैं। वे 1984 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी थे। आरसीपी सिंह ने 1979 में पटना कॉलेज से इतिहास में कला स्नातक की डिग्री हासिल की और 1982 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से मास्टर डिग्री की। पूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह जन सुराज पार्टी के विचारों से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उनके साथ ही उनके कई समर्थक भी जसुपा में शामिल हो गए। RCP सिंह के राजनीतिक अनुभव से पीके की पार्टी को आगामी चुनाव में मजबूती मिलेगी।
आरसीपी सिंह ने सात माह पहले आप सबकी आवाज (आसा) का गठन किया था। इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि बिहार कि 140 विधानसभा सीटों पर उनके मजबूत प्रत्याशी हैं। उनकी पार्टी इन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी के गठन के महज 7 महीने बाद ही अब आरसीपी सिंह ने जसुपा का दामन थाम लिया है। साल 2021 में पूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए एक लाख 11 हजार 111 रुपया चंदा भी दिया था। वहीं, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहने के दौरान उन्होंने आरएसएस की तर्ज पर संगठन को मजबूत बनाने की चर्चा की थी।