नई दिल्ली (नेहा): देश की सबसे पवित्र तीर्थयात्राओं में से एक केदारनाथ धाम के कपाट आज भाई दूज के पावन पर्व पर, विधि-विधान और भव्य समारोह के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। सुबह ठीक 8:30 बजे मंदिर के कपाट बंद हुए जिसके बाद बाबा केदार की चल विग्रह पंचमुखी डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान किया।
कपाट बंदी के इस धार्मिक और भावुक क्षण का साक्षी बनने के लिए दस हजार से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ में जमा हुए थे। कपाट बंद होने के बाद सेना के बैंड की भक्तिमय धुन और ‘जय बाबा केदार’ के गगनभेदी जयघोष के साथ बाबा की पंचमुखी डोली को मंदिर के सभामंडप से बाहर लाया गया।
डोली यात्रा केदारनाथ से शुरू होकर अब ऊखीमठ पहुंचेगी जहां अगले छह माह तक भक्त बाबा केदार के दर्शन कर सकेंगे। बाबा केदार की डोली के साथ हजारों भक्तों का आस्था का रेला भी ऊखीमठ के लिए रवाना हुआ। इस तरह छह महीने की यात्रा के बाद अब केदारनाथ धाम में दर्शन का सिलसिला थम गया है जो अगले साल अप्रैल-मई में अक्षय तृतीया के आसपास फिर से शुरू होगा।