नई दिल्ली (नेहा): चंडीगढ़ के समाजसेवी और उद्यमी एम.के. भाटिया एक बार फिर सुर्खियों में हैं। दिवाली से पहले उनकी ‘कार गिफ्टिंग’ रीलें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। भाटिया ने इस साल भी अपने सहयोगियों और सेलेब्रिटी साथियों को लग्जरी कारें उपहार में देकर सभी को हैरान कर दिया। यह लगातार तीसरा साल है जब उन्होंने अपनी टीम को कारों का तोहफा दिया है। ये गाड़ियां रैंक और परफॉर्मेंस के हिसाब से दी गईं।
इस बार भाटिया ने कुल 51 कारें बांटकर अपनी परंपरा को नई ऊंचाई दी। जब उनके सहयोगियों ने शोरूम से नई कारों की चाबियां हासिल कीं, तो खुशी उनके चेहरों पर साफ झलक रही थी। इसके बाद सभी ने मिलकर ‘कार गिफ्ट रैली’ निकाली, जिसने पूरे शहर का ध्यान खींच लिया। सजे-धजे वाहनों का काफिला जब सड़कों से गुजरा, तो लोग मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगे।
कई लोगों के मन में सवाल उठा कि आखिर हर साल कोई इतनी महंगी कारें क्यों गिफ्ट में देता है? इस पर एम.के. भाटिया ने कहा कि ‘मेरे सहयोगी ही मेरी फार्मा कंपनियों की असली ताकत हैं। उनकी मेहनत और ईमानदारी ही सफलता की असली वजह है। उन्हें सम्मानित करना और प्रेरित रखना मेरा कर्तव्य है।’ उन्होंने बताया कि यह सिर्फ गिफ्ट नहीं, बल्कि टीम मोटिवेशन और आभार जताने का तरीका है। भाटिया लंबे समय से फार्मा सेक्टर से जुड़े हैं। साल 2002 में वह मेडिकल स्टोर चलाते हुए दिवालिया हो गए थे। 2015 में अपनी खुद की फार्मास्यूटिकल कंपनी खोलकर काम शुरू किया। फिर उनको सक्सेस मिली और आज उनकी 12 कंपनियां चल रही हैं।


