नई दिल्ली (नेहा): इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने बाउंड्री पर कैच के नियम में बदलाव के बाद अब टेस्ट क्रिकेट में एक और नया नियम पेश किया है। ICC ने पिछले साल व्हाइट बॉल फॉर्मेट में स्टॉप क्लॉक की शुरुआत की थी, और अब इसे टेस्ट क्रिकेट में भी लागू करने का निर्णय लिया है। यह कदम धीमी ओवर गति की समस्या को हल करने के लिए उठाया गया है। नए नियम के अनुसार, फील्डिंग कर रही टीम को पिछले ओवर के समाप्त होने के एक मिनट के भीतर अगला ओवर शुरू करने के लिए तैयार रहना होगा। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो दूसरी टीम को 5 रन का लाभ मिलेगा।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 का आगाज 17 जून से हो चुका है, और इसी के साथ ICC ने 5 रन पेनल्टी का नियम भी लागू किया है। इस नियम के तहत, फील्डिंग करने वाली टीम को ओवर खत्म होने के एक मिनट के भीतर अगला ओवर शुरू करना होगा। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उन्हें अंपायरों से दो चेतावनियां मिलेंगी, और इसके बाद 5 रन का जुर्माना लगाया जाएगा। 80 ओवर के प्रत्येक ब्लॉक के बाद चेतावनियां फिर से जीरो पर रीसेट हो जाएंगी। यह नियम श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच गॉल में खेले गए पहले टेस्ट मैच से लागू हुआ था।
ICC ने पहले ही यह नियम वनडे और T20I में लागू किया है। अब इसे टेस्ट क्रिकेट में भी लाया गया है, क्योंकि टेस्ट मैचों में ओवर शुरू करने में काफी समय लग रहा था। इससे खेल में बोरियत बढ़ रही थी, लेकिन इस नए नियम के लागू होने से खेल में रोमांच बढ़ने की उम्मीद है। यह नया नियम कुछ हद तक टाइम आउट नियम से मेल खाता है। टाइम आउट के तहत, बल्लेबाजों को क्रीज में देरी से आने पर पेनल्टी के रूप में आउट किया जा सकता है। इसी तरह, यदि गेंदबाज ओवर फेंकने में तीसरी बार 60 सेकंड या उससे अधिक समय लेता है, तो गेंदबाजी टीम पर 5 रन की पेनल्टी लगाई जाएगी, जो दूसरी टीम के स्कोर में जोड़ दी जाएगी।