नई दिल्ली (नेहा): भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को आईसीसी से बड़ी सजा मिली हैं। हेडिंग्ले में खेले जा रहे भारत-इंग्लैंड के पहले टेस्ट मैच की दोनों पारियों में ऋषभ पंत ने शतकीय पारी खेली थी, लेकिन पहली पारी के दौरान मैदान पर उनकी एक हरकत के लिए उन्हें अब फटकार मिली हैं। पंत को ICC की खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी कर्मियों के लिए आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 का उल्लंघन करते हुए पाया गया है, जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असहमति से जुड़ा हुआ है। दरअसल, ये घटना इंग्लैंड की पहली पारी के 61वें ओवर की है, जब क्रीज पर हैरी ब्रूक और बेन स्टोक्स की जोड़ी मौजूद थी। इस दौरान विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने गेंद के शेप खराब होने को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने अंपायर के पास गेंद को ले जाकर इसकी जांच की मांग की।
अंपायर ने गेंद को गेज (मापने के उपकरण) से जांचा, और गेंद आसानी से गेज से गुजर गई, जिसका मतलब था कि गेंद नियमों के अनुसार ठीक थी, लेकिन पंत ने उनके इस फैसले से सहमति नहीं दिखाई और उन्होंने फिर भी गेंद बदलने की मांग की। अंपायर ने उनकी नहीं सुनी, जिसके बाद गुस्से में पंत ने गेंद को जमीन पर पटका। अब पंत (Pant Punishment) को इस हरकत की वजह से आईसीसी ने फटकार लगाई हैं। इसके साथ ही पंत के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट पॉइंट भी जोड़ा गया है। बता दें कि पिछले 24 महीनों में यह उनका पहला अपराध है।
वहीं, मैदानी अंपायर क्रिस गैफनी और पॉल रीफेल, तीसरे अंपायर शरफुद्दौला इब्ने शाहिद और चौथे अंपायर माइक बर्न्स सहित मैच अधिकारियों ने आरोपों को आगे बढ़ाया। यह 24 महीनों में पंत का पहला अपराध रहा। हालांकि, इस पंत ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और रिची रिचर्डसन द्वारा प्रस्तावित मंजूरी स्वीकार कर ली, जो आईसीसी मैच रिफ्रीज के एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल में कार्यरत हैं। बता दें कि लेवल 1 के उल्लंघन के लिए न्यूनतम दंड आधिकारिक फटकार, अधिकतम दंड खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक जोड़ना है, लेकिन पंत पर सिर्फ 1 डिमेरिट अंक जोड़ा गया है।