लखनऊ (नेहा): उत्तर प्रदेश पुलिस के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा ने रविवार को दिन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास, पांच कालीदास मार्ग पर शिष्टाचार भेंट की। करीब आधा घंटा की इस मुलाकात में राजीव कृष्णा ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया और आभार प्रकट किया। कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा दो जून को पुलिस मुख्यालय में मीडिया के साथ अपनी कार्ययोजना और चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।
डीजीपी उत्तर प्रदेश के सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा गया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस का नेतृत्व करने का महत्वपूर्ण दायित्व सौंपने के लिए मैं मुख्यमंत्री का हृदय से आभार प्रकट करता हूं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन और आशीर्वाद से मैं राज्य सरकार की प्राथमिकताओं पर खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध हूं। प्रदेश सरकार के अपराध और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस, महिला व बालिका सुरक्षा, नागरिक केंद्रित पुलिसिंग और कानून-व्यवस्था की उत्कृष्टता को पूरी निष्ठा के साथ आगे बढ़ाने के लिए कृत संकल्पित हूं।
उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी 1991 बैच के आईपीएस अफसर राजीव कृष्णा के पास डीजी विजिलेंस और पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष का भी कार्यभार है। प्रशांत कुमार का कार्यकाल समाप्त होने के अंतिम दिन यानी 31 मई तक जब उन्हें एक्सटेंशन नहीं मिला तो राजीव कृष्णा की नियुक्ति की गई। तीन दशक की सेवा में राजीव कृष्णा बरेली, कानपुर व अलीगढ़ में एएसपी रहे। फिरोजाबाद, इटावा, मथुरा, फतेहगढ़ व बुलंदशहर में एसपी, गौतमबुद्ध नगर, आगरा, लखनऊ व बरेली में एसएसपी और योगी आदित्यनाथ सरकार में लखनऊ और आगरा के एडीजी जोन रहे।
उन्हें अगस्त 2023 में विजिलेंस का एडीजी बनाया गया और जनवरी 2024 में डीजी पद पर प्रमोट किया गया। मार्च 2024 में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के बाद उन्हें पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड का चार्ज भी दिया गया, जहां उनकी अध्यक्षता में परीक्षा सकुशल संपन्न हुई। जब उत्तर प्रदेश में एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) की स्थापना हुई, तब राजीव कृष्णा पहले डीआईजी बनाए गए थे।